शार्क के शरीर में एक भी हड्डी नहीं होती। शार्क के कंकाल आम हड्डियों के नहीं बने होते। उनके कंकाल कार्टिलेज के बने होते हैं, जो बेहद नरम व लचीली हड्डियोंवाले होते हैं। ठीक वैसी ही नरम हड्डियां, जो हमारे कान-नाक में होती हैं।

शार्क का जीवन भी अजीब होता है। वे कभी जीवन में रुकती नहीं। कुछ शार्क जीवन भर चलती रहती हैं। पानी की लहरों से ही शार्क ऑक्सीजन लेती हैं, जिससे उनके शरीर के खून का बहाव बना रहता है। अगर शार्क रुक जाए तो वह घुटकर मर जाएगी।

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