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इनमे से किस इकाई का उपयोग विकासवादी परिवर्तन की दर को मापने के लिए किया जाता है?
जे. बी. एस. डोल्डेन का जन्म 5 नवंबर 1892 को इंग्लैंड में। ऑक्सफोर्ड में हुआ था। उनके पिता जॉन स्कॉट हाल्डेन विख्यात शरीर विज्ञानी थे। पिता की प्रयोगशाला । ही हाल्डेन का खेलने का आंगन थी। छोटी उम्र से ही उनके व्यवहार में बौद्धिक परिपक्वता, तेज़ याद्दाश्त और जल्दी ही आपा खो बैठने का डायनामाइट झलकने लगा था।
हाल्डेन ने ही सबसे पहले सामान्य तौर पर जीव-जगत में आनुवंशिकीय सहलग्नता (लिंकेज) तथा खासतौर पर मनुष्य में उत्परिवर्तन की व्याख्या की थी। लेकिन उनका सबसे अहम काम तो 1920 के दशक में शुरू हुआ - मेंडल की आनुवंशिकीय अवधारणाओं के आधार पर डार्विन के विकासवाद की नए सिरे से। जांच-पड़ताल। अपने काम के संबंध में अपने ही शरीर पर विभिन्न परीक्षण करने के कारण उन्हें काफी शोहरत मिली और वे लोगों के अचंभे का विषय बने। जो प्रयोग वे खुद पर नहीं कर सकते थे, वह दूसरे किसी पर कभी नहीं करते थे। कई बार उन्होंने अपने खून में ही कार्बन डाइऑक्साइड या हाइड्रोक्लोरिक एसिड मिश्रित करके उसके प्रभाव को देखा और विभिन्न ‘परीक्षणों के दौरान कीड़े-मकोड़ों को अपने शरीर पर रेंगने और खून चूसने की इजाजत दी। वे वैज्ञानिक परीक्षणों के लिए जीव-जंतुओं को उत्पीड़न पहुंचाने के सख्त खिलाफ थे। उनका कहना था, “यदि आप एक प्राचीन भारतीय शब्द का इस्तेमाल करना चाहें तो, ये परीक्षण वह तपस है, जो किसी और जरिए से हासिल न हो सकने। वाले ज्ञान के लिए जरूरी होती है।''
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