गेर्बा ने कहा, ‘सूक्ष्म विषाणुओं की मौजूदगी की दृष्टि से देखा जाए तो यह सबसे साफ वस्तुओं से है। जब कीटाणुओं की बात आती है तो टॉयलेट सीट से ज्यादा साफ चीजें अक्सर नहीं दिखती।’

उनका कहना है कि लोगों को अन्य वस्तुओं की गंदगी से ज्यादा चिंता होनी चाहिए। उन्होंने बताया, ‘टॉयलेट सीट के मुकाबले अन्य वस्तुओं पर प्रतिवर्ग औसतन 200 विषाणु ज्यादा होते हैं।’

गेर्बा के अनुसार रसोई में इस्तेमाल होने वाला स्पंज या कपड़ा सबसे गंदी वस्तु है। उन्होंने बताया कि ऐसे कपड़े पर प्रतिवर्ग एक इंच में एक करोड़ विषाणु मौजूद होते हैं। इसका मतलब रसोई का यह कपड़ा टॉयलेट सीट से दो लाख गुना ज्यादा गंदा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह आंकड़े दुनिया भर में एक समान है।

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