प्रत्येक पौधे की गोलाई 40 फिट की होती है। वहीं एक पत्ते की गोलाई साढ़े तीन मीटर होती है। हर पत्ते की अलग से डंडी होती है, जो पानी के अंदर ही होती है और इसकी लंबाई करीब सात मीटर की होती है। डंडी आधा से एक इंच तक मोटी होती है। गार्डन के तालाब में दोनों पौधों को संरक्षित करने के बाद हाल ही में इसमें तीन नए पत्ते देखे गए। वैज्ञानिक इसे बड़ी सफलता मान रहे हैं।

विक्टोरिया अमेजोनिका को सबसे पहले अमेजन नदी में देखा गया था। वहीं विक्टोरिया क्रूजियाना क्रूज नदी में मिला था। दोनों नदियों के नाम पर ही इनका नाम रख दिया गया। विक्टोरिया अमेजोनिका वर्ष 1873 में भारत में आया। दोनों पौधों में सिर्फ इतना फर्क है कि विक्टोरिया अमेजोनिका का पत्ता हल्के हरे रंग का होता है। वहीं विक्टोरिया क्रूजियाना का पौधा गहरे हरे रंग का होता है।

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