डेनमार्क के बायोकेमिस्ट एस.पी.एल. सोरेनसन (S.P.L Sorenson) ने 1909 में जलीय घोल के एच+ आयन की सांद्रता बताने वाले एक स्केल बनाया जिसे पीएच (pH) के रूप में जाना जाता है| किसी भी घोल का पीएच (pH) एक संख्या होता है जो उस घोल की अम्लता या क्षारता के बारे में बताता है |

किसी भी घोल का पीएच (pH) मान हाइड्रोजन आयन (H+) की सांद्रता के विलोम के लघुगणक (logarithm) की संख्या (numerically) के बराबर होता है| इसलिए, घोल का पीएच (pH) हाइड्रोजन आयन के नकारात्मक लघुगणक (negative logarithm) के तौर पर जाना जाता है |

pH= - log

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