ऑप्टिक तंत्रिका मानव शरीर के किस भाग पर पाई जा सकती है?
'ऑप्टिक तंत्रिका, अथवा ' द्वितीय कपालीय तंत्रिका, रेटिना से मस्तिष्क तक दृश्य सम्बंधित जानकारियां संचारित करती है।ऑप्टिक तंत्रिका भले ही कपालीय तंत्रिकाओं के बारह जोड़ों में से द्वितीय स्थान पर हो, परन्तु इसे फिर भी केंद्रीय तंत्रिका प्रणाली का भाग इसलिए माना जाता है क्योंकि यह भ्रूणीय विकास के दौरान डाइएनसेफालॉन में हुई बर्हिवलन के कारण उत्पन्न होती है। नतीजतन, इसके फाइबर परिधीय नर्वस सिस्टम की श्वान कोशिकाओं में नहीं बल्कि ओलिगोडेंड्रोसाईट द्वारा उत्पादित माइलिन से ढके और मेंनिंजस के भीतर होते हैं। इसलिए तंत्रिकाओं का किया हुआ भाग तकनीकी तौर पर अनुपयुक्त है, क्योंकि ऑप्टिक प्रणाली केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के भीतर मौजूद होती है, जबकि परिभाषा द्वारा तंत्रिकाएं परिधीय तंत्रिका प्रणाली के भीतर स्थित होनी चाहिए . इसलिए गुलियन बैरे सिंड्रोम जैसी परिधीय न्यूरोपैथियां ऑप्टिक चाक्षुष को प्रभावित नहीं करती.ऑप्टिक तंत्रिका तीनों मस्तिष्कावरणीय परतों (ड्यूरा, जालतानिकाभ शोथ और पिया मेटर) से ढकी रहती है न की परिधीय नसों में पाई जाने वाली एपीन्यूरियम, पेरीन्यूरियम और इंडो न्यूरियम से.
और जानकारी:
hi.wikipedia.org
विज्ञापन