1991 में वह इटली के आल्प्स पर्वत के ओएत्स घाटी में दो जर्मन पर्यटकों को मिला. इस ममी का नाम रखा गया ओएत्ज़ी. यह एक ऐसी ममी है जो बर्फ के नीचे दबे रहने के कारण प्राकृतिक तरीके से संरक्षित हुई. यह ममी तब से अब तक दक्षिणी तिरोल में बोल्जानो के आर्कियोलॉजिकल म्यूजिम में रखी गई. इसके डीएनए परीक्षण से बहुत सारी गुत्थियां हल होने की वैज्ञानिकों को उम्मीद है.

वैज्ञानिकों ने इस ममी के कूल्हे से डीएनए सैंपल लिए और इन्हें पढ़ा गया. हालांकि अभी इन सभी सूचनाओं का विश्लेषण नहीं किया गया है.बोल्ज़ानो में यूरोपीय अकादमी ने कहा कि दुनिया की सबसे मशहूर ममी के सभी जीन लगभग पढ़ लिए गए हैं. इससिए इस आइसमैन से जुड़े कई सवालों के हल अब मिल सकेंगे.

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