आईवीएफ, वो करिश्माई तकनीक जिसने दुनिया की लाखों महिलाओं को खुशियों की किलकारियों का तोहफा दिया। और दे भी रही है। 25 जुलाई का दिन इस तकनीक और मेडिकल साइंस के लिए बेहद खास है। आज के ही दिन वर्ष 1978 में दुनिया की पहली टेस्ट ट्यूब बेबी लुईस ब्राउन का जन्म हुआ था।

मैनचेस्टर के ओल्डहैम जनरल हॉस्पिटल में जन्मीं लुईस उम्र के 37वें पायदान पर आ चुकी हैं। उन्होंने पहली बार बचपन के दिनों से जुड़े पहलुओं और अनुभवों से पर्दा हटाया है। बकौल लुईस "सुनने में कितना अच्छा लगता है न कि मैं दुनिया की पहली टेस्ट ट्यूब बेबी हूं। यह इतिहास के साथ जुड़े होने का अहसास देता है। लेकिन इसके पीछे बहुत कड़वे लम्हे भी हैं। जिन्हें पहले मेरे मम्मी-पाप और फिर मैंने भुगता। मेडिकल साइंस और मीडिया के लिए मैं एक करिश्मा और सेलिब्रिटी थी। लेकिन कट्‌टरपंथी और रूढ़िवादी लोगों के लिए तो 'शैतान की औलाद' थी। कंबल में लिपटी, टुकुर-टुकुर ताकती एक परिवार की बेटी थी, पर कई लोग मुझे लैब में पैदा हुए चूहे जैसा मानते थे।"

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