देवकी मथुरा के राजा उग्रसेन की पुत्री और कंस की बहनी थीं, जिनका विवाह पास ही के राजा शूरसेन के पुत्र वसुदेव से विवाह हुआ था। वसुदेवकी पहली पत्नी रोहिणी थी। भगवान कृष्ण की माता देवकी ने वसुदेवजी के साथ अपने जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष जेल में ही बिता दिए थे। कंस वध के पश्चात ही उनकी रिहाई हुई थी।

देवकी महाभारत काल में मथुरा के राजा उग्रसेन के भाई देवक की कन्या थी और श्रीकृष्ण और बलराम की माता थीं। उनको अदिति का अवतार भी माना जाता है। यह भी माना जाता है कि उनका पुनर्जन्म पृष्णि के रूप में हुआ और उस जन्म में उनका विवाह राज सुतपस से हुआ। देवकी के रूप में इनका विवाह वसुदेव से हुआ।

और जानकारी: m-hindi.webdunia.com