डी-डे : छह जून, 1944 का वह दिन जब हिटलर सब कुछ होते हुए भी जंग हार गया

दूसरे विश्वयुद्ध में छह जून, 1944 की तारीख जनरलों के बीच उस जंग की दास्तान है जिसने इस युद्ध का रुख मित्र देशों (अमेरिका और इंग्लैंड के सहयोगी देश, या अलाइड ताक़तें) की जीत की और कर दिया था.

पहले विश्वयुद्ध के चार मुख्य कारण थे. सामरिक गुटबाज़ी, उपनिवेशवाद, हथियारों की दौड़ और राष्ट्रवाद. आने वाले सालों में राष्ट्रवाद ने नस्लवाद का रूप ले लिया और साम्यवाद को मिटाने की चाह को इसमें जोड़ दिया गया. इस बीच दो नए उपनाम और उभर कर आए - फासीवाद और नाज़ीवाद. इन्हीं के चलते बाद में यूरोप के मुल्क एक बार फिर आपस में भिड़ गए और इस भिड़ंत को हम दूसरा विश्वयुद्ध कहते हैं.

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