19 वीं शताब्दी में यूरोपीय वह सैन्य नेता कौन था, जिसने कहा, "एक सेना अपने पेट पर मार्च करती है"?
नेपोलियन बोनापार्ट (जन्म नाम नेपोलियोनि दि बोनापार्टे) फ्रान्स की क्रान्ति में सेनापति, ११ नवम्बर १७९९ से १८ मई १८०४ तक प्रथम कांसल के रूप में शासक और १८ मई १८०४ से ६ अप्रैल १८१४ तक नेपोलियन १ के नाम से सम्राट रहा। वह पुनः २० मार्च से २२ जून १८१५ में सम्राट बना। वह यूरोप के अन्य कई क्षेत्रों का भी शासक था। इतिहास में नेपोलियन विश्व के सबसे महान सेनापतियों में गिना जाता है। उसने एक फ्रांस में एक नयी विधि संहिता लागू की जिसे नेपोलियन की संहिता कहा जाता है। वह इतिहास के सबसे महान विजेताओं में से एक था। उसके सामने कोई रुक नहीं पा रहा था। जब तक कि उसने १८१२ में रूस पर आक्रमण नहीं किया, जहां सर्दी और वातावरण से उसकी सेना को बहुत क्षति पहुँची।
उनके कुछ विचार:
• हमेशा एक तस्वीर हज़ार शब्दों के बराबर होती है.
• एक सिंघासन महज मखमल से ढंकी एक बेंच है।
• एक सच्चा आदमी किसी से नफरत नहीं करता।
• सारे धर्म इंसानों द्वारा बनाये गए हैं।
• एक सेना अपने पेट के बल पर आगे बढती है।
और जानकारी:
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