विज्ञापन
1995 में घातक नर्व गैस हमले से किस शहर की मेट्रो प्रणाली शक्तिहीन हो गयी थी?
20 मार्च, 1995 की सुबह के 8 बजे थे. टोक्यो वासी अंजान थे कि अगला पल उन की जिंदगी का काल बन कर आएगा. शोको का मुख्य वैज्ञानिक हिडीयो मुराई अपने 5 सहायकों कींची हीरोर, यासुओ हायाशी, मासानो योकोयामा, तोयीड़ा और डा. इराव हयाशी के साथ स्टेशन पर पहुंचा.
योजना के अनुसार सभी अलगअलग ट्रेनों में सवार हो गए. कासुमीगोसेकी स्टेशन आते ही हिडीयो के पांचों सहायकों ने छिपा कर रखे सेरिन के पैकेट खोल दिए. देखते ही देखते ट्रेनों में मर्मांतक चीखों से वातावरण थर्रा उठा.
ट्रेनों को रोका गया. जिसे जिधर जगह मिली, वह उधर ही अपनी जान बचाने को भागा. रेल प्रशासन भी हरकत में आ गया. इस भयावह स्थिति से निबटने के हर प्रयास किए गए. बावजूद इस के इस मौत के तांडव में 12 लोगों को जहां अपनी जान गंवानी पड़ी वहीं करीब 6 हजार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
और जानकारी:
www.sarita.in
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन