यूरोप में मध्यकाल में आए एक संस्कृतिक आंदोलन को पुनर्जागरण कहते हैं. यह आंदोलन इटली से आरम्भ होकर पूरे यूरोप में फैल गया. इस आन्दोलन का समय 14वीं शताब्दी से लेकर 17वीं शताब्दी तक माना जाता है.

यूरोप में मध्यकाल में आए सांस्कृतिक आंदोलन को पुनर्जागरण कहते हैं. यह आंदोलन इटली से आरंभ होकर पूरे यूरोप में फैल गया. इस आन्दोलन का समय चौदहवीं शताब्दी से लेकर सत्रहवीं शताब्दी तक माना जाता है. पुनर्जागरण का अर्थ पुनर्जन्म होता है. मुख्यत: यह यूनान और रोम के प्राचीन शास्त्रीय ज्ञान की पुन:प्रतिष्ठा का भाव प्रकट करता है.

यूरोप में मध्ययुग की समाप्ति और आधुनिक युग का प्रारंभ इसी समय से माना जाता है. इटालवी पुनर्जागरण में साहित्य की विषयवस्तु की अपेक्षा उसके रूप पर अधिक ध्यान दिया जाता था. जर्मनी में इसका अर्थ श्रम और आत्मसंयम था, इतालवियों के लिए आराम और आमोद-प्रमोद ही मानवीय आदर्श था. पुनर्जागरण के दौरान ज्योतिष शास्त्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हुए और गणित, भौतिकी, रसायन शास्त्र, चिकित्सा, जीवविज्ञान और सामाजिक विज्ञानों में बहुमूल्य योगदान हुए. रॉजर बेकन ने अपनी कृति "सालामन्ज हाउस" में पुनर्जागरण की आदर्शवादी भावना को अभिव्यक्ति प्रदान की है.

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